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औरंगाबाद: इंटर की परीक्षा देने गए लड़के ने एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में रचाई शादी, खुल गया प्रेमी युगल का राज
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: आपने अक्सर कई किस्से सुने होंगे या फिर फिल्मों में देखा होगा कि प्रेमी जोड़े अस्पताल में ही किसी कारण से शादी कर लेते हैं । भले ही वे क्यों न अस्पताल में गंभीर हालत में ही हों। एक बार फिर से ऐसी ही एक शादी बिहार में हुई है जो चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें परिजनों ने प्रेमी जोड़े की शादी अस्पताल में करवा दी। इस अनोखी शादी का किस्सा भी बेहद रोचक है।
दरअसल अरवल जिले के कलेर प्रखंड के हरदिया दौलतपुर गांव की 20 साल की कौशल्या कुमारी और औरंगाबाद जिले के ठाकुर बिगहा के 22 साल का नीरज कुमार की शादी अस्पताल में हुई है। नीरज इंटरमीडिएट का परीक्षार्थी है। दोनों के बीच एक साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। परिजन इस बात से अनजान थे।
प्रेमी नीरज ने बुधवार को इंटरमीडिएट की परीक्षा देने के बाद प्रेमिका के साथ घूमने का मन बनाया। शाम में नीरज बाइक लेकर कलेर पहुंच गया। वहां से दोनों मोटरसाइकिल से अरवल घूमने आ गए। सोन नदी के किनारे दोनों ने सैर किया। बाजार और मंदिर भी घूमे। रेस्टोरेंट में साथ खाना खाया। एक साथ पूरा दिन बिताने के बाद दोनों घर लौटने लगे।
लेकिन एनएच 139 पर बैदराबाद बस स्टैंड के पास एक कार ने नीरज की बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में नीरज और कौशल्या गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के लोग दौड़े, दोनों घायलों को आननफानन में सदर अस्पताल पहुंचाया। उनसे मोबाइल नंबर लेकर दोनों के परिजनों को सूचना दी।
हादसे की सूचना पर प्रेमी युगल के परिजन भागे-भागे अस्पताल पहुंचे, वहां पहुंचने पर दोनों के बीच इश्क का राज खुल गया। गरमा गरमी के बाद दोनों के परिजनों ने तय किया कि प्रेमी युगल की तुरंत शादी करा दी जाए। आनन-फानन में सिंदूर और फूलों की दो वरमाला का इंतजाम किया गया। अस्पताल में दोनों का बेड आसपास ही था। बेड को सटा दिया गया। सबसे पहले लड़की ने लड़के के गले में बेड पर बैठे-बैठे ही वरमाला डाली। फिर लड़के ने वरमाला डाला। इसके बाद प्रेमी ने प्रेमिका की मांग भर दी।
इस अनोखी शादी में लड़का-लड़की के परिजन, अस्पताल के कर्मचारी और भर्ती मरीज इस अनूठी शादी के गवाह बने। न पंडित को बुलाया गया, न ही कन्यादान हुआ। न बरात सजी और न बजी शहनाई। शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन को वर और वधू पक्ष के अलावा स्वास्थ्य कर्मचारियों, नर्स, वहां भर्ती मरीज और उनके परिजनों ने सुखमय दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।
जबकि गुरुवार की सुबह लड़के को इंटरमीडिएट की परीक्षा दिलाने के लिए अस्पताल से ले जाया गया और फिर दुल्हन को मायके वाले इलाज के बाद अपने घर लेकर चले गये । लेकिन अब यह शादी चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों के जुबान पर चारों तरफ यह कहानी देखने सुनने को मिल रही है।