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मंत्रिमंडल विस्तार में राजद, जेडीयू और कॉंग्रेस ने सभी जातियों को साधा, ये है मंत्री के सभी जातियों की लिस्ट
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है। इस मंत्रिमंडल के विस्तार में सभी पार्टियों ने अपने वोट बैंक के समीकरण का ख्याल रखा। जबकि आरजेडी ने भी इस बार इस बात का पूरा ख्याल रखा और सभी जातियों को इस मंत्रिमंडल में जगह देकर सभी जातियों के वोट बैंक को साधने की कोशिश की।
हालांकि नीतीश मंत्रिमंडल में जातीय संख्या को देखा जाए तो सबसे ज्यादा आठ यादव मंत्री बने हैं। राजद ने सात जबकि जदयू ने एक यादव को मंत्री पद दिया है। वहीं नीतीश कुमार के अलावा कुर्मी जाति से एक मंत्री बने हैं। दलित समुदाय को मंत्रिमंडल में छह संख्या के साथ बड़ी हिस्सेदारी मिली है।
इसमें राजद के दो, जदयू के दो जबकि हम और कांग्रेस के एक -एक दलित मंत्री बने हैं। वहीं सवर्ण समुदाय में सबसे ज्यादा राजपूत बिरादरी के तीन मंत्री बने हैं, जिसमें राजद और जदयू से एक-एक जबकि निर्दलीय से एक राजपूत को मंत्री बनाया गया है। भूमिहार जाति से दोमंत्री बने हैं जिसमें राजद और जदयू के एक-एक मंत्री हैं। वहीं ब्राह्मण समुदाय से सिर्फ एक मंत्री जदयू से बने हैं।
ये मंत्री बने हैं राजद से
मंत्री बनने वालों में तेज प्रताप यादव, आलोक मेहता- कुशवाहा, सुरेन्द्र यादव- यादव, रामानंद यादव- यादव, ललित यादव- यादव, कुमार सर्वजीत- दलित (पासवान), समीर महासेठ- बनिया, चन्द्रशेखर (यादव), अनीता देवी- नोनिया – अति पिछड़ा , जितेन्द्र कुमार राय- यादव, सुधाकर सिंह- राजपूत, कार्तिक सिंह – भूमिहार, इसराइल मंसूरी- अल्पसंख्यक, शमीम अहमद- अल्पसंख्यक, सुरेन्द्र राम- दलित, शहनवाज आलम अल्पसंख्यक हैं।
इन सभी ने ली जदयू से शपथ
विजय चौधरी- भूमिहार, बिजेंद्र यादव- यादव, अशोक चौधरी- दलित, श्रवण कुमार- कुर्मी, लेसी सिंह- राजपूत, संजय झा-ब्राह्मण, मदन सहनी- सहनी, शीला मंडल- अति पिछड़ा, सुनील कुमार- दलित, जयंत राज- कोयरी, जमा खान – अल्पसंख्यक हैं। वहीं कांग्रेस में अफाक आलम- अल्पसंख्यक, मुरारी गौतम- दलित हैं. वहीं हम से संतोष सुमन दलित जबकि निर्दलीय सुमित सिंह -राजपूत हैं।
गौरतलब हो कि इस मंत्रीमंडल में तेजस्वी ने अपने नारों के अनुकूल सभी जातियों को तरजीह देने की पार्टी से कोशिश की है। तेजस्वी अक्सर आरजेडी को ए टू जेड की पार्टी बताते रहे हैं ।