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जे.पी. चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में अक्सर आप देखते होंगे की ग्रामीण क्षेत्रों में बसों को जहाँ तहाँ रोक दिया जाता है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में बस पड़ाव का निर्माण नहीं कराया गया है। ऐसे में यात्री भी एक नियत स्थान पर नहीं रूक पाते हैं ।लेकिन अब चिंता करने कि जरूरत यात्रियों को नहीं है। जल्द ही परिवहन विभाग ग्रामीण इलाके में 500 स्थानों पर मौजूदा वित्तीय वर्ष में बस का पड़ाव बनवाने जा रही है। योजना है की बिहार के सभी पंचायतों में बस पड़ाव का निर्माण किया जाए। अभी 1000 स्थानों पर बस पड़ाव बनाने का काम जारी है। दो वर्ष के भीतर सभी पंचायतों में बस स्टैंड बनाने का लक्ष्य है।
आपको बता दें कि विभाग ने पहले चरण में 500 बस पड़ाव बनाने की योजना पर काम शुरू किया था। इसमें से 371 बस पड़ाव बनकर तैयार हो गए। जबकि, 123 बस पड़ाव बनाने का काम जारी है। 6 का काम शुरू होना बाकी है। दूसरे चरण में विभाग ने ग्रामीण इलाकों में और 500 व नगर पंचायतों में 82 बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया। इनमें से 510 स्थानों के चयन का काम पूरा कर लिया गया है। हाल ही में इसमें से 125 स्थानों पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
विभाग ने अब तीसरे चरण में मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 में ग्रामीण इलाकों में 500 और बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। विभाग की कोशिश है कि मार्च 2022 तक बस पड़ाव का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए। चूंकि विभाग द्वारा अभी मुख्यमंत्री परिवहन योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत पंचायत से प्रखंड तक गाड़ियां चल रही हैं। लेकिन, पंचायत से वाहनों के खुलने व रुकने का कोई तय स्थान नहीं है। इसे देखते हुए ही विभाग ने तय किया है कि हर पंचायत में बस पड़ाव का निर्माण हो।
बता दें कि बस पड़ाव का निर्माण जिलाधिकारी के जिम्मे होगा। डीएम की अध्यक्षता में कमिटी यह निर्णय करेगी कि कहां बस पड़ाव बनेगा और कहां नहीं। एक बस पड़ाव 10 फीट लंबा और 25 फीट चौड़ा होगा। एक पड़ाव बनाने में एक लाख 90 हजार खर्च होंगे। बस पड़ाव में एक साथ 20 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी, जबकि वहां इतनी जगह होगी कि 50 लोग आसानी से खड़ा हो सकें।
वहीं इस पड़ाव को बनाते समय कई सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा ताकि ग्रामीण यात्रियों को परेशानी न हो। इसमें विकलांग व्यक्तियों के बैठने के लिये भी सुविधाएं रहेंगी । साथ ही किसी भी प्रकार की जानकारी या शिकायत के लिये उस बस स्टैंड में नजदीक के पुलिस स्टेशन और नजदीकी अस्पताल का नंबर रहेगा । ताकि तुरंत सहायता यात्रियों को कठिन परिस्थितियों में मिल सके .