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पुलिस ने 415 बोतल शराब के साथ होंडा कंपनी के दो बाइक को किया जब्त,वहीं एक अन्य मामले में नक्सली भी गिरफ्तार  

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: बिहार में पुलिस लगातार शराब बंदी को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए सघन अभियान चलाकर छापेमारी कर रही है। वह लगातार किसी भी सूचना के आधार पर या वैसे माफियाओं के खिलाफ चिन्हित कर कारवाई कर रही है। यही कारण है कि अब इस तरह के धंधेबाजो के मन में भय भी वयाप्त हो गया है। कुछ इसी तरह की घटना औरंगाबाद जिले से जुड़ी हुई है जहाँ शुक्रवार की शाम में मदनपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज-रफीगंज मार्ग में उचौली के पास पुलिस की गाड़ी को देखते ही एक शराब धंधेबाज शराब और बाइक छोड़कर फरार हो गया।

वहीं जब पुलिस ने जब उस स्थान पर तलाशी ली तो सड़क के किनारे ईंट से छिपाकर एक बोरे में लैला कंपनी के 300 एमएल का 415 बोतल देशी शराब मिला।साथ ही उक्त स्थान से दो बाइक भी जब्त किया गया है।

शराब

इस मामले में मदनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि,उक्त स्थान से 415 बोतल शराब के साथ होंडा कंपनी के दो बाइक जब्त किए गए हैं जिसका नंबर-BR26T/9388 और OD16A/7355 है। इस मामले में मदनपुर थाना कांड संख्या-404/21 के तहत उचौली निवासी नितेश कुमार सिंह और दोनों बाइक के मालिकों के खिलाफ कांड अंकित करते हुए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

मदनपुर। वहीं इसी जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के जुड़ाही में कुछ सप्ताह पूर्व जियो मोबाइल टावर को नक्सलियों द्वारा क्षतिग्रस्त करने के मामले में एक नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।इस मामले में एसपी ने बताया कि 22 नवंबर को भाकपा माओवादियों द्वारा मदनपुर थाना अंतर्गत ग्राम जुराही स्थित दक्षिणी उमगा पंचायत सरकार भवन के पास लगे जियो कंपनी के मोबाइल टावर को संदीप यादव एवं विवेक यादव के नेतृत्व में आये नक्सलियों के द्वारा आईडी विस्फोट कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था एवं वहां रख जरनेटर को आग लगा दिया गया था।कांड में संलिप्त नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु एसपी के निर्देशन में एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया था गठित टीम के द्वारा कांड में संलिप्त राम प्रसाद भुइंया को गिरफ्तार किया गया और उसे जेल भेज दिया गया

आपको बता दें कि बिहार के औरंगाबाद जिला अंतर्गत मदनपुर प्रखंड हमेशा से उग्रवाद प्रभावित जिला के रूप में जाना जाता है।  प्रशासनिक सक्रियता के कारण बहुत कुछ अब बदलाव आया है। अब लोगों के मन में पहले जैसी भय नहीं रहती है। पुलिस भी लगातार इन क्षेत्रों में गस्त करते रहती है। हालांकि नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए छोटी-छोटी वारदातों को अंजाम देने में सफल हो जाते है। फिर भी बहुत सी सुधार और विकासात्मक कार्य देखने को मिल जाएगा ।

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