BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में एक बार फिर से जनता दरबार की शुरूआत सीएम नीतीश कुमार करने जा रहे हैं । इससे जनता को एक बार फिर से मुख्यमंत्री के समक्ष सीधे जुड़ने का और अपनी समस्याओं को रखने का मौका मिलेगा। यह अप्रैल में दूसरे और तीसरे सोमवार को आयोजन होगा।
इस कार्यक्रम में प्रवेश उन लोगों को ही मिलेगा, जिन्होंने कोविड के टीके लिए हों। मंत्रिमंडल सचिवालय ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम वापस शुरू होने के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही सभी जिलाधिकारियों को सरकार के फैसले से अवगत करा दिया है। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से समय और तारीख का निर्धारण किया जाता है।
बता दें कि कोविड की लहर के दौरान जनता के दरबार मेंं मुख्यमंत्री कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। कोविड का प्रकोप कम होने के बाद 12 जुलाई 2021 से उसे वापस शुरू किया गया, लेकिन कोविड की तीसरी लहर में वापस कार्यक्रम पर रोक लग गई। इस वर्ष आठ फरवरी को एक बार फिर जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू हुआ। विधानमंडल का बजट सत्र होने की वजह से कार्यक्रम नहीं हो रहा था। अब वापस अप्रैल से यह आयोजन प्रारंभ होगा। विभाग के अनुसार इस महीने 11 अप्रैल और 18 अप्रैल को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम होगा।
गौरतलब हो कि जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए वेब पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। इस वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास आधार नंबर, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर रहना जरूरी है। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन के वक्त आपको अपना नाम, पता और शिकायत का विवरण भी देना होता है। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने पर आपको एक यूनिक नंबर दिया जाता है, जिसके जरिए आप अपने आवेदन की स्थिति जांच सकते हैं। सीधे आवेदन के पेज पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें। जनता दरबार के लिए वेबसाइट – https://jkdmm.bih.nic.in/Jantadarbar/ComplainRegistration.aspx
बता दें जनता दरबार इसके पहले प्रत्येक सोमवार को लगाया जाता था । लेकिन इसी दौरान कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने आलोचनाओं के कारण इसे स्थगित कर दिया था ।