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तेजस्वी बोलें-मैं चाहकर भी तड़पते-पीड़ितों की मदद नहीं कर पा रहा..

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर कोरोना संक्रमण से निपटने में असफलता का आरोप लगाया है. तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए प्रेस के माध्यम से कहा है कि मैंने खुद को कभी इतना असहाय और असमर्थ कभी महसूस नहीं किया

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पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर कोरोना संक्रमण से निपटने में असफलता का आरोप लगाया है. तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए प्रेस के माध्यम से कहा है कि मैंने खुद को कभी इतना असहाय और असमर्थ कभी महसूस नहीं किया. मैं एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद माँग रहे, तड़प रहे सभी ज़रूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा हूँ.

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में फोन लगाओ तो जवाब आता है- “कुछ नहीं कर सकते सर ! बेड नहीं है. इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है, कैसे मदद करें ?” बिहार के 39 जिलों में से 10 जिलों में 5 से अधिक वेंटिलेटर तक नहीं है’.कितनी शर्मनाक बात है कि बिहार के ज़िला मुख्यालयों में वेंटिलेटर ऑपरेटर तक नहीं है? अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है, कोई उठाता नहीं है. अधिकारी या तो CM की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं? कोई ऐसी हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर  बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ.

उन्होंने आगे कहा कि नागरिकों के लिए एक तरफ बेपरवाह व भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था का अंधा कुआं है तो दूसरी तरफ काला बाज़ारी, मुनाफाखोरी और आँकड़ों की हेरा-फेरी. भ्रष्ट सरकार धृतराष्ट्र की तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी है. लोगों को मरते छोड़ सरकार बस  Headline Management व मौत के आँकड़ों को कम करने में  लगी है. हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे हैं, लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती है, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते हैं. हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है .

तेजस्वी ने आगे कहा कि हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया. नीतीश सरकार की आम लोगों की तकलीफ दूर करने की कोई मंशा ही नहीं है. सरकार बस विज्ञापन देकर और आँकड़ों को कम कर धूल झोंकने के फ़िराक में है.

आपको बात दें कि सीएम नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव का कोरोना संक्रमण के समय में सरकार की विफलता को लेकर अबतक का यह सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. बिहार में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिलने से कई मरीज अबतक अपनी जान गवां चुके हैं. अस्पतालों में सभी जगह नो एंट्री का बोर्ड लगा है. ऐसे में मरीजों के पास मरने के सिवा कोई रास्ता नहीं नजर आ रहा है.

जे.पी.चंद्रा की रिपोर्ट

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