BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
पहल: अब सरकारी स्कूलों में भी प्ले स्कूल जैसी होगी पढ़ाई, केंद्र सरकार कर रही है 2022 सत्र से इसकी शुरूआत
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: अब सरकारी स्कूलों में भी आनेवाले दिनों में प्राइवेट स्कूलों की तरह बच्चों के लिए सुविधाएं देखने को मिलेंगे। अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को प्ले स्कूल की सुविधा मिलेगी । मतलब साफ़ है कि बच्चों की शुरूआती शिक्षा के लिए ‘प्ले स्कूल’ की संकल्पना अब शहरों से गांव तक पहुंचने जा रहीं है। यह सब सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ‘विद्या प्रवेश कार्यक्रम’ देश के सभी स्कूलों में शुरू हो रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक ‘ विद्या प्रवेश कार्यक्रम’ के तहत पहली कक्षा में प्रवेश से पहले बच्चों को तीन महीने का एक खास कोर्स करवाया जाएगा। इसमें उन्हें खेलते हुए पहली कक्षा से पहले जरूरी अक्षर और संख्या ज्ञान दिया जाएगा। इसका मकसद है, ‘शिक्षा की शुरुआत से ही नींव को मजबूत करना। ताकि समाज में सभी समान रूप से आगे बढ़ सकें।’
आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति के सुझावों पर राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा बच्चों के लिए तीन माह का स्कूल तैयारी प्रारूप ‘विद्या प्रवेश’ तैयार किया है। इस पाठ्यक्रम में बच्चों के लिए अक्षर, रंग, आकार और संख्या सीखने के लिए रोचक गतिविधियां हैं। यह कार्यक्रम बाल वाटिका के सीखने के परिणामों पर आधारित होगा।
साथ ही इसमें स्वास्थ्य कल्याण, भाषा साक्षरता, गणितीय सोच और पर्यावरण जागरूकता से संबंधित मूलभूत दक्षताओं को विकसित करने के लिए बच्चों तक समान गुणवत्ता पहुंच सुनिश्चित करना है। ‘विद्या प्रवेश कार्यक्रम’ के प्रारूप के अनुसार, इसमें तीन महीनों का खेल आधारित कार्यक्रम रखा गया है जो प्रतिदिन चार घंटे का होगा। यह विकासात्मक गतिविधियों एवं स्थानीय खेल सामग्रियों के उपयोग के साथ अनुभव आधारित शिक्षा को बढ़ावा देता है।
गौरतलब हो कि इसकी संकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पिछले वर्ष ही रखी थी। इसे शिक्षा से जुड़े सुधार कार्यक्रम के तहत रखा गया था। आपको यह भी बता दें कि विद्या प्रवेश कार्यक्रम का प्रारूप सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को भेज दिया गया है। यह कार्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2022-23 से देश के सभी स्कूलों में शुरू होगा। हालांकि राज्य इसे अपनी जरूरत और सुविधा के हिसाब से लागू कर सकेंगे ।