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लालू प्रसाद ने जगदानंद सिंह से क्यों कहा-अंत समय में आप भी छोड़ जाएंगे तो लालू नहीं बचेगा,पढ़ें इनसाइड स्टोरी

आरजेडी के 25वें स्‍थापना दिवस समारोह में भी हमेशा की तरह तेज प्रताप ने जगदानंद की सार्वजनिक रूप से फजीहत करा दी. कभी तेज प्रताप यादव के निशाने पर रघुवंश प्रसाद रहा करते थें लेकिन अब उनके निशाने पर जगदानंद सिंह रहते हैं.

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जे.पी.चन्द्रा की विशेष रिपोर्ट

बिहार नेशन: कभी- कभी राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के सामने परिवार और पार्टी दोनों को बचाने को लेकर बड़ी चुनौती खडी हो जाती है. खासकर लालू प्रसाद अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के बयानों के कारण हमेशा परेशान हो जाते हैं. तेज प्रताप यादव शांत बैठनेवाले नेताओं में से नहीं हैं. वे समय- समय पर कुछ ऐसा बयान दे देते हैं कि बड़े- बड़े पार्टी के नेता अपने को असहज महसूस करने लगते हैं. हाल ही में आरजेडी के 25 वें स्थापना दिवस पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर खूब निशाना साधा था और मौके पर भी उन्होंने उनकी क्लास लगा दी.लालू यादव के लाख समझाने के वावजूद भी वो जगदानंद सिंह पर हमले का कोई मौका नहीं गंवाते है.

तेज प्रताप यादव के साथ असहज रिश्‍तों की वजह से जगदा सिंह की मुश्किल बढ़ गई है. उन्हें हमेशा अपमान का घूंट पीकर रहना पड़ता है. आरजेडी के 25वें स्‍थापना दिवस समारोह में भी हमेशा की तरह तेज प्रताप ने जगदानंद की सार्वजनिक रूप से फजीहत करा दी. कभी तेज प्रताप यादव के निशाने पर रघुवंश प्रसाद रहा करते थें लेकिन अब उनके निशाने पर जगदानंद सिंह रहते हैं.

ऐसी हालत में उनके इस्‍तीफे की भी शुक्रवार को चर्चाएं सामने आईं. हालांकि राजद ने इससे इंकार किया. जगदा बाबू के इस्तीफे की खबर फैल जाने के पीछे बड़ी वजह तेजस्वी का अचानक दिल्ली जाना भी रहा. कहा गया कि तेजस्वी के पास जगदा बाबू का इस्तीफा पहुंच गया था. उन्होंने लालू यादव को भी इस्तीफा भेज दिया था. लेकिन, उनका त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया गया. तेजस्वी के बारे में यही जानकारी आई कि वह डैमेज कंट्रोल करने दिल्ली चले गए.

सूत्र यह भी बताते हैं कि लालू प्रसाद ने जगदानंद बाबू से कुछ ऐसी बातें कहीं जिसके बाद जगदा बाबू कुछ भी जवाब देने की स्थिति में नहीं रह गए, और लालू की बात उनको माननी पड़ी. सूत्र बताते हैं कि लालू ने जगदानंद सिंह से यही कहा कि आप अभिभावक हैं, बच्चों को संभालना आपका काम है. और अब मेरा भी अंतिम समय है. अंत समय में आप भी छोड़ जाएंगे तो लालू तो नहीं बचेगा. तेजस्वी को आपके मार्गदर्शन की बहुत आवश्यकता है.

लेकिन सवाल यह है कि अगर ऐसी स्थिति बन रही है या बनती है तो लालू अपने बेटे तेज प्रताप और जगदा में किसे चुनेंगे. लालू यादव के लिए निर्णय लेना आसान नहीं है. आरजेडी  के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में तेज प्रताप यादव ने एक मसले पर दल के नेताओं को हाथ उठाने को कहा. लेकिन मंच पर बैठे कई नेताओं ने हाथ नहीं उठाया. इस दौरान तेज प्रताप ने खास तौर पर जगदा पर निशाना साधा और  कहा कि – लगता है कि अंकल अभी भी नाराज हैं… उनके इस बयान के बाद बगल में बैठे श्‍याम रजक ने जगदा का हाथ जबर्दस्‍ती उठवा दिया.

वहीं पार्टी के स्थापना दिवस पर तेज प्रताप ने बिना नाम लिए ही प्रदेश नेतृत्‍व को खूब खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने यह भी कहा कि उनमें पिता लालू प्रसाद की छवि है और जब वो आगे बढ़ना चाहते हैं तो कुछ लोग उन्हें पीछे खीचने की कोशिश करते हैं. ऐसा नहीं है कि वे पहली बार जगदानंद पर हमला कर रहे हैं. कुछ महीने पहले जब तेज प्रताप ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव की जेल से रिहाई के लिए पोस्‍टकार्ड अभियान शुरू किया था इस दौरान भी उन्‍होंने एक दिन प्रदेश कार्यालय में जमकर जगदानंद पर हमला किया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था जब वे  प्रदेश दफ्तर में आते हैं वें अपने चैंबर से भी नहीं निकलते हैं.

 

 

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