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औरंगाबाद: BDO साहब ने पंचायत सचिव के पुत्र को बना दिया वसूली का एजेंट,ऑडियो वायरल हुआ तो फंसे बीडीओ औऱ पंचायत सचिव
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में कहने को तो सुशासन की सरकार है लेकिन भ्रष्टाचार चरम पर है। पैसा के लिए नीचे से उपर तक सरकारी अधिकारी वसूली में संलिप्त हैं । ताजा मामला औरंगाबाद जिले के खैरा बिंद पंचायत से जुड़ा है, जहाँ बीडीओ साहब ने पैसा उगाही के लिए पंचायत सचिव के बेटे को ही अपना एजेंट बना लिया। पंचायत सचिव का बेटा न सिर्फ अपने पिता के लिए बल्कि बीडीओ के लिए भी वसूली कर रहा था। वसूली के इस खेल का ऑडियो वायरल हो रहा गया है।
दरअसल खैरा बिंद पंचायत के पंचायत सचिव है ललन सिंह लेकिन काम उसका बेटा विकास सिंह कर रहा था। पंचायत सचिव के बेटे विकास सिंह ने खैरा बिंद पंचायत के उपमुखिया और वार्ड नंबर-11 के सदस्य राहुल कुमार सिंह को फोन कर वार्ड क्रियान्वयन सह प्रबंधन समिति के सचिव पद नियुक्ति के लिए 15 हजार रुपये मांगा था।
फोन पर पंचायत सचिव का बेटा विकास सिंह कह रहा है- 15 हजार दीजिए तो आपके मन के अनुसार सचिव बना दिया जाएगा। ये ऑडियो 31 दिसंबर 2021 का है। पंचायत सचिव के बेटे ने फोन पर पहले खुद पैसा मांगा और फिर कहा कि लीजिये बीडीओ साहब से बात कर लीजिए। यानि पंचायत सचिव का बेटा बीडीओ के वसूली एजेंट का भी काम कर रहा था। वार्ड सदस्य राहुल सिंह ने बताया कि इससे उपमुखिया बनाने के लिए 15 हजार रुपये मांगी गई थी।
अब इस पूरे मामले का ऑडियो वायरल होने के बाद औरंगाबाद के डीएम सौरभ जोरवाल ने कार्रवाई की है। डीएम ने औरंगाबाद प्रखंड के खैरा बिंद पंचायत सचिव ललन सिंह को भ्रष्टाचार के आऱोप में निलंबित कर दिया है। जिलाधिकारी ने औरंगाबाद सदर प्रखंड के बीडीओ नवीन शर्मा के वेतन पर भी रोक लगा दी है। बीडीओ से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। डीएम ने बीडीओ से पूछा है कि भ्रष्टाचार का मामला वायरल होने पर पंचायत सचिव के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी।
अब इस वायरल ऑडियो को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल ने पंचायत सचिव के खिलाफ कारवाई शुरू की है। जिलाधिकारी ने यह भी माना है कि बीडीओ की भूमिका प्रथम दृष्टया संदेह के घेरे में है। इस कारण से बीडीओ का वेतन स्थगित कर 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब आने के बाद कारवाई की जाएगी।