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Exclusive: बिहार में कैसा रहेगा इस बार मॉनसून का मिजाज और कब तक आएगा,पूरी रिपोर्ट पढ़ें. .
: मई महीना अब लगभग समाप्ति के कगार पर है। ऐसे में बिहार के लोगों की आशा जून से बढ़ जाती है। क्योंकि कृषि कार्य से जुड़े लोग इस समय का और मॉनसून का बेसब्री से इन्तजार करते हैं
जे.पी.चन्द्रा का एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बिहार नेशन : मई महीना अब लगभग समाप्ति के कगार पर है। ऐसे में बिहार के लोगों की आशा जून से बढ़ जाती है। क्योंकि कृषि कार्य से जुड़े लोग इस समय का और मॉनसून का बेसब्री से इन्तजार करते हैं । खासकर गाँवों में किसान अपने खेतों में खेती करने के लिये पहले से ही हल, बैल, बीज और जुआठ जैसे कृषि कार्य में आनेवाले उपकरणों को तैयार रखते हैं । बस उन्हें इन्तजार रहता है तो इस बरसात के मौसम का ।
लेकिन बिहार के किसानों के लिये थोड़ी निराशा भरी खबर है। दरअसल इसबार मॉनसून के अपने निर्धारित समय से नहीं आने की संभावना है । वैसे मॉनसून के प्रवेश करने की तिथि 10 जून है। लेकिन यह बिहार में अपने निर्धारित समय पर कभी-कभी ही पहुंचता है। इस बार इसके 13 जून से पहले आने की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग की अगर बात को माना जाय तो इस बार मॉनसून बिहार में 13 जून से लेकर 18 जून के बीच तक पहुंच सकता है। वहीं इसके पहले मॉनसून अंडमान सागर और पूर्वी बंगाल की में 22 मई से 23 मई के बीच प्रवेश कर सकता है। इसके बाद 1 जून को केरल में प्रवेश करेगा ।
इसके बाद ही पश्चिम बंगाल, झारखंड के बाद बिहार में पूर्णिया के रास्ते प्रवेश करेगा । मॉनसून बिहार में 22 जून तक बिहार के सभी जिलों में पहुंच जाएगा । वहीं इस बार मध्यम और उच्च बारिश होने की जानकारी मौसम विभाग ने दी है। वैसे मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मॉनसून की एकदम सही एवं सटीक जानकारी करना बहुत मुश्किल है।
आपको बता दें कि बिहार में कृषि कार्य के लिये अधिकतर लोग मॉनसून पर ही निर्भर रहते हैं । क्योंकि यहाँ सिचाई के साधन अन्य राज्यों के जैसा नहीं है। जबकि अगर सरकार सभी खेतिहर किसानों को सिचाई की कृत्रिम व्यवस्था उपलब्ध कराये तो बिहार के कृषि क्षेत्र में भी क्रांति आ सकती है। हालांकि मॉनसून को भारत में जुआ कहा जाता है।
इस बार एक बात और है. कोरोना का संक्रमण चल रहा है. सभी बाहर के प्रदेशों में कार्य करनेवाले लोग अपने राज्य में ही हैं. ऐसे में यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बार अगर मॉनसून ठीक रहा जैसा की संभावना व्यक्त की जा रही है तो कृषी अच्छी होगी.