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खाद के लिये पुलिसकर्मियों पर हुई घटना की पूरी जांच हो और शंकर खाद भंडार के प्रोपराइटर रंजन कुमार पर कार्रवाई हो : समदर्शी

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: बिहार में खाद की कमी के कारण होनेवाली लोगों के बीच मारामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। किसान लंबे लाईन में दिन भर खड़ा रहकर खाद मिलने का इन्तजार कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें निराशा हाथ लग रही है। इससे किसानों में काफी आक्रोश भी है। कुछ ऐसी ही घटना औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड से है जहाँ मंगलवार को किसानों ने रफीगंज शहर के डाक बंगला स्थित  इफको खाद बाजार के सामने खाद नही मिलने पर सड़क जाम कर दिया ।

हालांकि विधि व्यवस्था में तैनात पु.अ.नि. कामेश्वर साह एवं पुलिस बलों ने उन्हें समझा बुझा कर हटाने की कोशिश किया । इसके बाद भी कुछ उपद्रवी किसानों ने खाद दुकान में तोड़फोड़ की और विधि व्यवस्था में तैनात पुलिस बल पर ईंट रोडा से प्रहार करते हुए आधा किलोमीटर बस स्टैंड तक खदेड़ा। जब पुलिस कर्मी जान बचाकर भागने लगे तो कुछ लोगो ने उन्हें साथ देने की कोशिश किया तो उपद्रवी किसानों ने उन्हें भी अपना निशाना बनाया।

एरकी कला,मुखिया प्रत्याशी
एरकी कला, मुखिया प्रत्याशी

इसी क्रम में अरुण सिंह, नंदू प्रसाद का बेटा भी घायल हो गया। इसकी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह अतिरिक्त पुलिस बल लेकर घटनास्थल पर पहुंचकर किसानों पर लाठी बल का प्रयोग कर खदेड़ा दिया जिससे भीड़ तीतर बितर हो गई। भागने के क्रम में एक बृद्ध व्यक्ति कुए में गिर गया जिससे उसका पैर टूट गया। कुछ उपद्रवियों को पुलिस बल द्वारा हिरासत में भी लिया गया है।

घटराईन पंचायत- सरपंच पद के उम्मीदवार

थानाध्यक्ष ने बताया कि मुख्य उपद्रवी खरोखर गांव के प्रदीप सिंह है जो इस पूरी घटना को संचालित किया है। इस मामले में आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है, पूछ ताछ जारी है। सत्यापन होने पर अग्रतर करवाई की जाएगी। अत्यधिक भीड़ भाड़ को देखकर थाना से एसआई कामेश्वर साह अपने पुलिस बल के साथ पहुंचे और किसानों को शांति माहौल में खाद लेने के लिए आग्रह कर रहे थे। इसी बीच कुछ शरारती तत्व द्वारा पुलिस पर पथराव कर मुख्य सड़क को जाम कर हंगामा करने लगे। एसआई कामेश्वर साह, ए एस आई अजय कुमार सिंह, सशस्त्र बल सुशील कुमार, जलालुद्दीन, अखिलेश कुमार, घायल हो गए। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज किया गया।

उतरी उमगा, मुखिया प्रत्याशी

वहीं जब इस घटना की जानकारी थानाध्यक्ष को मिला तो उन्होंने अतिरिक्त पुलिस बल थाना से भेजकर रोड जाम को हटाया। वहीं लाठीचार्ज भी किया गया। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा पुलिस वाहन के साथ अन्य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। मामला को बढ़ते देख पुलिस इंस्पेक्टर एमके चौधरी, रफीगंज थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह, कासमा थाना ए एस आई अजीत कुमार सिंह, पौथू थाना प्रभारी धनंजय कुमार, बंदेया थाना प्रभारी रामायण प्रसाद, अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

रेशमी देवी,मनिका (मुखिया प्रत्याशी)

इफको बाजार पर सुबह से ही खाद के लिए सैकड़ों किसान भूखे प्यासे लाइन में खड़े थे। किसान रामेश्वर यादव, सत्येंद्र पासवान, इम्तियाज खान, अमीन खान का कहना था कि हम लोग 2 दिनों से सारा काम छोड़कर यूरिया खाद के लिए खाद दुकानों का चक्कर लगा रहे थे।  इसके बाद बीडीओ बबलू कुमार एवं सीओ अवधेश कुमार सिंह पहुंचे और किसानों के साथ बैठक की। इस बैठक में जदयू नेता सुनील वर्मा का कहना कि सभी लोगो को एक समान खाद मिलना चाहिए।

विदित हो कि विगत दिनों पूर्व खाद की भी कालाबाजारी का मामला सामने आया था और हंगामा भी हुआ था। कालाबाजारी का विरोध और उजागर किसानों और जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव सह किसान प्रकोष्ठ प्रभारी बिहार संदीप सिंह समदर्शी द्वारा किया गया था, जिसमें अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि जिला कृषि पदाधिकारी और प्रदेश महासचिव समदर्शी के वार्तालाप का तेजी से ऑडियो भी वायरल हुई थी।  वायरल ऑडियो में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा शंकर खाद भंडार के प्रोपराइटर रंजन कुमार की यूरिया खाद की कालाबाजारी की चर्चा थी जिस पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा करवाई करने की बात कही गई थी, जो अभी अभी तक ठंढे बस्ते में बंद है।  किसान रामेश्वर यादव, टकरा गांव के सत्येंद्र पासवान, अमीन खान खैरा गांव के इम्तियाज खान ने उपस्थित पदाधिकारियों के बीच बताया कि गोदाम प्रबंधक द्वारा मुंह देखकर  लोगो के बीच खाद वितरण हो रहा था।

प्रखण्ड विकास पदाधिकारी बबलू कुमार ने कहा कि पुलिस बल के साथ जो घटना घटी है काफी निंदनीय है, चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई किया जाएगा। अंचला अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को खाद का वितरण किया जाएगा। जो किसान 20 21 का रसीद का मूल प्रति लेकर आएंगे,उसी किसान को 2 एकड़ पर एक बोरा खाद दिया जाएगा। लेकिन उपस्थित किसानों की मांग  थी कि 1 एकड़ पर एक बोरा खाद दिया जाए। अंचलाधिकारी ने किसानों को वरीय अधिकारियों से बात करने के बाद इस पर विचार करने को कहा। वही इस पूरे प्रकरण पर जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव सह किसान प्रकोष्ठ प्रभारी बिहार संदीप सिंह समदर्शी सेे संपर्क से संपर्क की और उन्होंने बताया कि बिहार में हो रहे यूरिया खाद की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है और किसानों के यूरिया खाद की किल्लत की मार झेल रहे हैं।

आगे उन्होंने बताया कि रफीगंज में यूरिया खाद गोदाम में किसानों का आक्रोश पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ अन्य पदाधिकारियों पर फूटा है, उसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। विगत सोमवार को किसानों के साथ इफको खाद भंडार के पदाधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया कल दलाल और बिचौलिया हावी थे।

यदि इफको खाद भंडार के कर्मचारियों और पदाधिकारियों द्वारा बिचौलियों और दलालों के खाद नहीं दी जाती तो शायद आज यह आक्रोश नहीं फूटता। किसानों की शिकायत पर हमने डीएओ, बीएओ, अंचल अधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ हमने किसानों की बात रखने की कोशिश टेलीफोन के माध्यम से की थी लेकिन किसी भी पदाधिकारियों के द्वारा फोन नहीं उठाया गया।

लगातार मोबाईल फोन की घंटी बजती रही लेकिन किसी ने फोन नही उठाय। एक पदाधिकारी ने फोन उठाया तो बताया इसकी जिम्मेदारी हमारी नही है कहकर पल्ला झाड़ लिया। धक्का-मुक्की से बेहतर होगा की किसान अपने चुने हुए प्रतिनिधियों को मुंह पर कालिख पोते। चुकी इन पदाधिकारियों और कर्मचारियों का खुलेआम समर्थन जनप्रतिनिधियों का है।

उन्होंने कहा कि यदि किसान जनप्रतिनिधियों के मुंह पर कालिख पोतने का अभियान चलाती है तो मेरे अलावा जन अधिकार पार्टी के तमाम साथी मुस्तैदी से किसानों का साथ देंगे और किसानों को आह्वान करते हैं कि इसकी शुरुआत रफीगंज के एमएलए से करें ।


जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) की पूरी टीम साथ खड़ी रहेगी।  उन्होंने जिला पदाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी से मांग किया कि रात्रि में साढ़े तीन और चार सौ रुपए प्रति बोरी यूरिया खाद बेच रहे शंकर खाद भंडार के प्रोपराइटर रंजन कुमार पर कार्रवाई हो और उसकी अनुज्ञप्ति रद्द हो और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियोंं और कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई हो।

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