BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
चिराग ने की भविष्वाणी,कहा-जल्द गिरेगी नीतीश सरकार,विधानसभा का चुनाव लोकसभा चुनाव से पहले होगा
इस समय एक बड़ी खबर राजनीतिक गलियारे से आ रही है जहाँ राजनीति के मौसम वैज्ञानिक के रूप में जाने जानेवाले दिवंगत रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने बड़ा दावा किया है.
जे.पी.चन्द्रा की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बिहार नेशन: इस समय एक बड़ी खबर राजनीतिक गलियारे से आ रही है जहाँ राजनीति के मौसम वैज्ञानिक के रूप में जाने जानेवाले दिवंगत रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने बड़ा दावा किया है. चिराग पासवान ने भविष्वाणी करते हुए कहा है कि बिहार में विधानसभा का चुनाव लोकसभा चुनाव के पहले हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश की सरकार अपना कार्यकाल नहीं पूरा करेगी. यह हर हाल में होने जा रहा है.
चिराग पासवान ने लोजपा संकट पर अपनी राय रखी और कहा कि उनकी पार्टी का संविधान साफ़ है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी के स्वरूप और उसके फैसलों के साथ-साथ अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया को लेकर कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं है . उन्होंने इस बात पर कहा कि उनके चाचा ने भले ही लोकसभा अध्यक्ष से मान्यता ले ली हो, लेकिन मैंने भी अपनी बात स्पीकर ओम बिरला तक पहुंचा दी है. चिराग ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान समझने के बाद वह अपने फैसले को बदलेंगे.
चिराग ने कहा कि वह परिवार और पार्टी दोनों में से किसी को टूटने नहीं देना चाहते हैं .इस कारण से वे चाचा के घर तक गये थें. लेकिन वहाँ क्या हुआ सभी जानते हैं. चिराग पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उनके पास पूर्ण बहुमत है और पार्टी का पूरा संगठन भी उनके साथ है. जिला की इकाई सभी उनके नेतृत्व के साथ खड़े हैं. उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस को चुने जाने की बात को हास्यापद बताया. उन्होंने कहा कि वे बिहार में विधानसभा चुनाव को घ्यान में रखते हुए जल्द ही अपने गठबंधन को लेकर फैसला भी करने वाले हैं कि वे किस दल के साथ गठबंधन करेंगे और कैसा होगा. इसका फैसला जल्द कर लिया जाएगा.
लोजपा नेता चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार रातोंरात वापसी जरूर कर किये लेकिन वे एनडीए में आते ही मनमानी करने लगें और अपनी नीतियों को थोपने लगें. उन्होंने कहा कि हम बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के एजेंडे के साथ काम करना चाहते थे. लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. मजबूरन हमें अलग चुनाव लड़ना पड़ा.